10 Lines on Koshi River in Hindi: कोशी नदी, जिससे बिहार का अभिशाप (बिहार का शोक) कहा जाता है। ये नदी नेपाल में हिमालय से निकलती है।
हम निचे कोशी नदी के बारे में संपूर्ण जानकारी देने के लिए 10 Lines on Koshi River का निबंध लिखे है।
ये सभी वर्ग के छात्रों और उनके शिक्षा के लिए लिखा गया है तीन विभाग करके लिखा गया है जो सभी वर्ग के छात्रों के लिए उपयोगी है।

Table of Contents
10 Lines on Koshi River in Hindi for Kids
Pattern 1 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, and 5 Students.
- कोशी नदी उत्तर भारत की एक प्रमुख नदी है।
- कोशी नदी नेपाल, तिब्बत और भारत के बिहार राज्य में बहनेवाली एक नदी है।
- ये नदी गंगा नदी की सहायक नदियों में से एक है।
- कोशी नदी नेपाल में हिमालय से निकलती है।
5.हिमालय से निकलने के बाद ये नदी बिहार में भीम नगर के रास्ते से भारत प्रज्वल में दाखिल होती है। - इस नदी को बिहार का शोक कहा जाता है। क्यू की इस नदी में आनेवाली बाढ़ से बिहार में बहत तबाही होती है।
- ये नदी की कुल लंबाई लगभग 729 किलोमीटर है।
- भारत में कोशी नदी की लंबाई 260 किलोमीटर है।
- कोशी नदी की जलसम्भर आकार 74,500 वर्ग किलोमीटर है।
- कोशी नदी की उत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी, पूर्व में महानंदा नदी और दक्षिण में गंगा नदी है।

10 Lines on Koshi River in Hindi for Students
Pattern 2 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 6, 7, 8, and 9 Students.
- कोशी नदी तीन मुल्क यानी की नेपाल, चीन और भारत के बिहार राज्य में बहनेवाली एक नदी है।
- कोशी नदी पूर्वी नेपाल में हिमालय पर सप्तकौसिकी नामक एक स्थान से निकलती है।
- बाद में ये नदी भारत के बिहार राज्य के भीम नगर के रास्ते से भारत प्रज्वल में दाखिल होती है।
- फिर ये नदी बिहार राज्य के कटिहार के कुर्सेला नामक स्थान के पास गंगा नदी में विलीन हो जाती है।
- भारत में ये नदी भीम नगर, कटिहार, विराट नगर और पूर्णिया आदी नामक स्थान से हो कर गुजरती है।
- ये नदी की कुल लंबाई 729 किलोमीटर है। और भारत में 260 किलोमीटर है।
- कोशी नदी की भौगोलिक स्थिति का बात किया जाए तो, ये नदी पिछले 250 वर्ष में 120 किलोमीटर का विस्तार कर चुकी है।
- कोशी नदी की सहायक नदियां सारे है दूध कोशी, सनकोशी, तामुर और अरुण नदी।
- नेपाल हिमालय से निकलने के बाद कोशी नदी के साथ और 6 नदियों का संगम होता है, जिसे सप्तकोशी कहा जाता है। और ये नदियां सारे है सनकोसी, तामाकोशी, दुधकोशी, इंद्रावती, लिखु और तैमूर है।
- कोशी नदी के द्वारा बिहार राज्य में अत्यधिक बाढ़ आने के कारण 6 अप्रैल 1947 को कोशी नदी परियोजोना बनाई गई है।

10 Lines on Koshi River in Hindi for Higher Class Students
Pattern 3 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.
- कोशी नदी पूर्वी नेपाल में हिमालय पर सप्तकौसिकी नामक स्थान से निकलती है।
- फिर ये नदी भारत के बिहार राज्य के भीम नगर के रास्ते से भारत प्रज्वल में दाखिल होती है।
- बाद में ये नदी बिहार राज्य के कटिहार के कुर्सेला नामक स्थान के पास गंगा नदी में मिलती है। ये नदी गंगा नदी की सहायक नदियों में से एक है।
- कोशी नदी की कुल लंबाई 729 किलोमीटर है। और भारत में ये नदी की लंबाई 260 किलोमीटर है।
- ये नदी की जलसम्भर आकार 74,500 वर्ग किलोमीटर है।
- ये नदी की सहायक नदियां सारे है दूध कोशी, सनकोशी, तामुर और अरुण नदी।
- ये की भौगोलिक स्थिति का बात किया जाए तो, ये नदी पिछले 250 वर्ष में 120 किलोमीटर का विस्तार कर चुकी है।
- ये नदी को बिहार का शोक कहा जाता है क्यू की ये नदी के द्वार आनेवाली बाढ़ में बिहार में बहत तबाही होती है। इसके कारण 6 अप्रैल 1947 को कोशी नदी परियोजोना बनाई गई है।
- कोशी नदी पर बने हुए पुल सारे है एक है कोशी पुल नेपाल और दुसरा किशी महासेतु गंडाल। ये कोशी महासेतु गंडाल की लंबाई लगभग 10.2 किलोमीटर है।
- कोशी नदी के उपर एक बांध 1958 – 1962 के बीच एक बांध बनाया गया है। जो भारत – नेपाल के सीमा नेपाल में स्थित है।

Last Word on Koshi River
उम्मीद करते है की ये निबंध पढ़के आपको बहत अच्छा लगा होगा और कोशी नदी के बारे में सभी जानकारी मिल गया होगा ।
साथ ही ये भी उम्मीद करते है की ये निबंध आपके शिक्षा क्षेत्र में जरूर मदद करेगा ।
10 Lines on Koshi River जैसे और बहत सारे निबंध पाने के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद ।